What is God.? || ईश्वर क्या है.?

What is god, shiv charcha, shiv guru charcha, shiv charcha bhajan, shiv charcha geet, shiv charcha video, shiv bhajan, shiv guru,
Sahab shree harindranand ji

हम सभी (कुछ अपवादों को छोड़कर) मानते हैं, कि ईश्वर है और हम सभी ने अपने परिवेश के आधार पर, ईश्वर की अवधारणाएं बना रखी हैं।
ईश्वर के प्रति हमारी अधिकांश धारणाएं पत्यारोपित हैं। यानि कि, बहरी ज्ञान पर आधारित हैं। ईश्वर की हमारी परिकल्पना सुनी और पढ़ी हुई बातों पर आधारित हैं।
हमने मान लिया है कि, ईश्वर के होने का वास्तविक अनुभव प्राप्त करना और उस परम सत्ता से संवाद कायम करना, केवल ऋषियों और नबियों का काम है और हम आमलोग इस अधिकार से वंचित हैं।
जबकि सारे ऋषियों या नबियों ने आजीवन यही प्रयास किया कि, हम सभी उस परम चेतना से जुड़कर अपना और सबका कल्याण कर सकें।
लेकिन हुआ ये कि हम ईश्वर के बजाय, उसके संवाददाताओं से जुड़ गये और तेरा मेरा करने लगे।
खैर;
यहाँ सवाल है कि क्या हम और आप ईश्वर के वास्तविक स्वरुप का अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।
अगर हाँ, तो कैसे?
इस तरह का ज्ञान प्राप्त करके हमें मिलेगा क्या?
क्या ईश्वर से हमारा संवाद स्थापित हो सकता है?
क्या इस प्रक्रिया से हमारे लौकिक और पारलौकिक मनोरथ पूर्ण हो सकते हैं।
जहाँ तक मेरे खुद के अनुभव का सवाल है, तो उपरोक्त सारे सवालों का जवाब है.....
हाँ।
तो फिर कैसे?
उसी ईश्वर को अपना गुरु मान कर।
कैसे?
क्या कोई clues (सूत्र) हैं?
हाँ, हैं।
3 सूत्र हैं।
1. दया मांगना-
हे ईश्वर, आप मेरे गुरु हैं, मैं आपका शिष्य हूँ, आप मुझ पर दया कर दीजिये।
2. चर्चा करना-
लोगों से भी ईश्वर के गुरु स्वरुप की चर्चा करना, ताकि वे भी ईश्वर को अपना गुरु मान लें।
3. नमन करना-
अपने गुरु को प्रणाम निवेदित करना। चाहें तो "नमः शिवाय" का प्रयोग कर सकते हैं।
मेरे लिये तो ईश्वर सूक्ष्मातिसूक्ष्म परम चेतना हैं जो सभी सूक्ष्म और स्थूल रूप में प्रकट हुए हैं 

एक टिप्पणी भेजें

1 टिप्पणियाँ